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कुरुक्षेत्र हिंदी महोत्सव 2025: साहित्यिक प्रतिभाओं का हुआ सम्मान

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कुरुक्षेत्र हिंदी महोत्सव 2025 का भव्य आयोजन

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कुरुक्षेत्र हिंदी महोत्सव 2025: हरियाणा के कुरुक्षेत्र में आज साहित्य और संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिला। निर्मला स्मृति साहित्यिक समिति, हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी (पंचकूला) और अखिल भारतीय प्रेरणा साहित्य एवं शोध संस्थान ने मिलकर हिंदी उत्सव और अंतर्राष्ट्रीय सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया। यह समारोह राम स्वरूप सभागार में आयोजित हुआ, जहां देशभर के साहित्यकारों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया।

इस समारोह के मुख्य अतिथि हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के निदेशक डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी थे, जिन्होंने हिंदी भाषा के विकास और साहित्यकारों के योगदान की सराहना की। उनके साथ मंच पर पद्म प्रोफेसर रविन्द्र और प्रो. बाबूराम भी उपस्थित रहे, जिन्होंने साहित्य की वर्तमान चुनौतियों पर चर्चा की।


अमित कुमार मल्ल को मिला 'हिंदी साहित्य रत्न' सम्मान लखनऊ के अमित कुमार मल्ल 'हिंदी साहित्य रत्न' से सम्मानित

इस अंतर्राष्ट्रीय मंच पर लखनऊ के प्रसिद्ध साहित्यकार श्री अमित कुमार मल्ल को 'हिंदी साहित्य रत्न सम्मान' से नवाजा गया। श्री मल्ल पिछले 42 वर्षों से लेखन के क्षेत्र में सक्रिय हैं और उनकी अब तक दस पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। यह सम्मान उनके साहित्यिक योगदान का एक और प्रमाण है।


इससे पहले भी श्री मल्ल को उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान, और राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा सम्मानित किया जा चुका है, जो उनकी प्रतिभा की राष्ट्रीय पहचान को दर्शाता है।


अन्य विद्वानों को भी मिला सम्मान

इस समारोह में कई अन्य प्रतिष्ठित विद्वानों को भी पुरस्कृत किया गया। इनमें प्रोफेसर पूरन चंद टंडन (दिल्ली), प्रोफेसर प्रदीप और प्रोफेसर पवन अग्रवाल (लखनऊ), तथा मिजोरम से प्रोफेसर शर्मा जैसे साहित्य जगत के प्रमुख व्यक्ति शामिल रहे।

आयोजकों ने इस बात पर जोर दिया कि हिंदी भाषा को वैश्विक स्तर पर ले जाने में ऐसे साहित्यकारों की भूमिका महत्वपूर्ण है। समारोह ने देश के विभिन्न हिस्सों से आए साहित्य प्रेमियों और विद्वानों को एक मंच पर लाकर हिंदी की समृद्ध परंपरा को और भी बढ़ाया।


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